-मुकेश रावत
टिहरी: धनोल्टी के जौनपुर थत्युड के जीआईसी बंगशील में छात्र छात्राओं को संबोधित कर अनूठी पहल लिए सैनी सर पुराना नाम सोहन वीर वेलवाल ढाणा में मैकमिलन इंस्टिट्यूट के संचालक स्कूल स्कूल में जाकर छात्र छात्राओं को आधुनिक शिक्षा के लिए जागरूक कर रहे हैं जहां पहाड़ों में शिक्षा का स्तर शून्य माना जाता है और इसकी कमी से चलते हैं वह अभाव में पलायन की मार पहाड़ी क्षेत्र आज झेल रहे हैं इसी सबके बीच एक और शिक्षा का महत्व आज के दौर में कितना महत्वपूर्ण है इन सब विषयों पर एक जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं.
आज इसी मुहिम को बढ़ाते हुए उन्होंने जीआईसी बंगशील में छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे पास जीवन का लक्ष्य होना जरूरी है बिना गोयल के हम पशु के समक्ष है और उन्होंने जोर दिया कि हम शिक्षा प्राप्त करने विद्यालय आते हैं मगर सिर्फ पास होने तक ही विचारधारा तक ही शिक्षार्थियों की सोच होती है जिसके चलते ज्ञान का अभाव रह जाता है और इसी के चलते जीवन में हमें रोजगार और अग्रणीय शिक्षा संबंधी समस्याओं से दो चार होना पड़ता है पहाड़ के विद्यार्थियों की एक बड़ी कमजोरी हिचकिचाहट भी है जिसके चलते वे कई बार अपनी बात समझा नहीं पाते और दूसरों की बात समझ न आने पर खुलकर बातचीत नहीं कर पाते हैं
इस बात पर भी उन्होंने छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन दिया और साथ ही सैनी सर ने इंग्लिश भाषा पर भी अपना अनुभव बांटा उन्होंने कहा कि इंग्लिश आज लगभग संपूर्ण विश्व में बोली जाने वाली भाषा है और यह आज के दौर में जॉब के लिए हर साक्षात्कार इंटरव्यू में प्रयोग होती है और यह गढ़वाल वह हम पहाड़ वासियों का सबसे कमजोर पहलू है जिसके चलते हम शहर के व्यक्तियों से पीछे रह जाते हैं हमें हिंदी गढ़वाली तो आती ही है मगर इंग्लिश का ज्ञान हो जाए तो आज के इस मॉडर्न युग में हम भी एक मजबूत नागरिक बन पाएंगे क्योंकि एक अच्छे समाज क्षेत्र व देश के लिए प्रत्येक नागरिक का मजबूत होना जरूरी है