अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : प्रखडं नौगांव के धारी निवासी ललित डोभाल अपनी कविताओं को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं और वह सम्मानों की भी हकदारी निभा रहे हैं हांलाकि सरकारें कवियों लेखकों पत्रकारों गायकों की अनदेखी कर रही हो लेकिन युवाओं के भीतर जज्वाद जाग रहा है तो वहीं ललित डोभाल ने रंवाल्टी भाषा में रंवाई के पंच देवों पर एक कविता लिख डाली जो लोगों को खुब पसदं आ रही है तो आप भी पढें क्या लिख रहे हैं युवा कवि ललित डोभाल
आप सभु तै मेरु प्यार भरु नमस्कार 🙏🙏
आप सबु क बीच मा मेरी आज की जु कविता छा वू छ –
मेरी रौंत्यली रवाईं का आराध्य देव
जमुना नदी क तट पार
बसी छा मेरी प्यारी रवाईं
पुरोला बज़ार क बाद
लगदी ऊबी रौंत्यली सैनी सिराई
मेर रवाईं मा खूब देवी देवतु कु
वास छा लोग देवी देवतु की
खूब सेवा करदा !
आराध्य देव बाबा बौखनाग
रुद्रेश्वर महादेव राजा रघुनाथ
छलेश्वर महादेव ध्येश्वर नाग
समेश्वर महाराज जमदग्नि महाराज और माँ भद्रकाली
कु लोग खूब आशीर्वाद पांद!!
रवाईं के लोग खूब देवी देवतओं की सेवा करद
आशीर्वाद क रूप मा आराध्य देव आपण हाथ सबु पार रखद !!
मेर रवाईं मा देवी देवतु कु
वास छा सबु देवी देवतु पार
आमारू आस्था अर विस्वास छा
यूं देवी देवतु क खूब होंद
गांव गांव माँ मेल थौल
ज्यूँ मेला थौल क बदौलत
रवाईं क लोगु मा खूब
प्यार प्रेम व मेल मिलाप छा!!
खूब होंदी रवाईं की बौख टिब्बा की जातिरा खूब होंदी देवरान की जातिरा खूब होंदी देवलांग
खूब होन्दू गंगनानी कु थौल !!
खूब लगी रन्दी भीड़ मेला
थौल जातिरु मा
खूब लोग आँद दूर दुरू न
यूं जातिरा क खातिर मा !!
जस करिया देवी देवताओं
तुम सबु पार अपणी कृपा
बनाई रखियाल आपण परजा कु तुम है राजाओ खूब ख्याल रख्याल !!
तुमारी सेवा मा कोई कमी कसूरी रली त माफी चौन्द तुमार ही आशीर्वाद क प्रलाप लोग
त्यार बार मा खूब आपण
थाती माटी मा घर औंद !!
दूर करियाल तुम आमारी
लाडी झमाड़ी खुद रखियाल ध्यान बनाई रख्याल अपडू
आसिर वचन खूब दियांन तुम
लोगु तै सद्बुद्धि और ज्ञान !!