संवाद सूत्र पौड़ी
पौड़ी गढ़वाल : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा जिला मिशन प्रबंधक इकाई के तहत दीनदयाल अन्त्योदय योजना की आंतरिक सीआपी राउंड की डी-ब्रीफिंग कार्यशाला का शुभारंभ जिलाधिकारी सुशील कुमार ने किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने स्वयं सहायतों समूहों की भूमिका पर रोशनी डाली।
विकास भवन सभागार में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि एनआरएलएम बहुत बड़ा मिशन है। भविष्म में एनआरएलएम में आजीविका की सम्भावनाओं को लेकर क्रांतिकारी परिवर्तन करेगा यह मेरा विश्वास है। लेकिन इसमें कई चुनौतियां भी हैं। कहा कि समूहों के गठन में कई चुनौतियां आती हैं। उन्होंने कहा कि जिनमें कार्य करने की शक्ति, लगन तथा प्रेरणा हो ऐसे लोगों का चयन हो समूहों में किया जाना आवश्यक है। कहा कि समूहों का गठन तो हो जाता है लेकिन जो कार्य करने वाले लोग होते हैं उन्हें दर किनार कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में एक दूसरे समूह अपने अनुभवों को साझा करेंगे। कहा कि समूहों के कार्य ऐसे होने चाहिए जिससे पूरे समूह की आजीविका में वृद्धि हो सके। कहा कि समूहों को क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों तथा क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों से आजीविका में वृद्धि करनी चाहिये। आजीविका का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा दी गई सहायता से आजीविका का बेहतर स्थापना करना है। इसके उपरान्त समूहों के सदस्यों को अपनी जिम्मेदारी से आजीविका का निर्वहन करते हुए आजीविका को और सुदृढ किया जाय ताकि समूह के सदस्यों की जीविकोपार्जन और बेहतर होने के साथ ही क्षेत्र का भी विकास हो सके। कहा कि जो समूह कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे हैं वे अपने अनुभव और समूहों से भी साझा करें ताकि दूसरे लोगों को भी समूहों से जुड़ने की प्रेरणा मिल सके।
इस मौके पर सहायक परियोजना निदेशक सुनील कुमार ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि कार्यशाला पौड़ी तथा टिहरी जनपदों के विभिन्न समूहों के मध्य की जा रही है। इससे ना सिर्फ एक दूसरे के अनुभव साझा होंगे बल्कि आजीविका के और बेहतर अनुभव प्राप्त होंगे। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी दीप्ति सिंह समेत विभिन्न विकास खंडों के खंड विकास अधिकारी तथा स्वयं सहायता समूहों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।