सोनू उनियाल
भगवान नृसिंह के मंदिर के समीप स्थित मां दुर्गा का यह मंदिर पौराणिक महत्व रखता है। आदिगुरु शंकराचार्य की तपस्थली जोशीमठ के इस प्राचीन मंदिर में एक शिला पर मां दुर्गा के नौ रुप विराजमान हैं जिनकी भक्तों द्वारा नियमित पूजा अर्चना की जाती है। लेकिन इस मंदिर का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि यहां पर सच्चे मन और पूर्ण श्रद्धा से भक्तों द्वारा चढ़ाया गया मक्खन और घी पल भर में बर्फ जैसा बन जाता है। बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन उनियाल के अनुसार यह पीठ पैनखण्डा का सबसे पौराणिक पीठ है। यहां पर मां तेज स्वरुप में विराजमान है और अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती है। मान्यता है कि मक्खन और घी के बर्फ बन जाने से क्षेत्र में खुशहाली आती है।
वेदपाठी सत्यप्रकाश चमोला ने बताया की श्रद्धाभाव से लोग इस स्थान पर मां को सालों से घी-मक्खन चढ़ातें है। नवरात्रों में भक्त नौ दिनों तक भव्य पूजा पाठ कर विद्या,यश,धन की प्राप्ति करते है।