जय प्रकाश बहुगुणा
उत्तरकाशी : कलेक्ट्रेट सभागार में राजनीतिक दलों के साथ निर्वाचन मतदेय स्थलों संबंधी बैठक लेते हुए जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने कहा कि मानकों के अनुसार मतदान स्थलों का नाम परिवर्तन,संशोधन व पुर्ननिर्धारण शीघ्र कर लिया जाए।
जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि पूर्व में जो मतदान स्थल है के भवन का सत्यापन किया जाए तथा मतदेय स्थल भवन क्षतिग्रस्त अथवा जीर्ण शीर्ण होने की स्थिति पर उसके नजदीक नया भवन प्रस्तावित किया जाए। उन्होंने कहा कि जो भी मतदेय स्थल परिर्वतन किये जाएं उनमें दो दरवाजे, लाईट,रैंक, आदि व्यवस्थाएं अनिवार्य रूप से हो ताकि मतदाताओं का अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि मतदाताओं को मतदान करने हेतु मतदेय स्थल तक पंहुचे के लिए दो किमी. से अधिक दूरी तय न करने पड़े तथा जंगल,नदी नाले आदि को पार न करने पड़े। यदि ऐसे मतदेय स्थल है जिन्हें मतदाताओं को जंगल, नदी नाले पार करने पड़ते हो तो मतदाताओें की सुविधाओं को देखते हुए उसी क्षेत्र में उपलब्ध किसी उपयुक्त शासकीय भवन में नया मतदेय स्थल बनाने का प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करें। ताकि नए मतदेय स्थलों की स्वीकृति निर्वाचन आयोग से ली जा सकें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जिन मतदेय स्थल में 1200 से एवं शहरी क्षेत्र में किसी मतदेय स्थल में 1400 से अधिक मतदाता हैं तो मतदाता सुविधा हेतु उस क्षेत्र में नया मतदेय स्थल प्रस्तावित करना सुनिष्चित करें।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी एसएल शाह ने बताया कि जनपद के तीन विधान सभा क्षेत्र पुरोला, यमुनोत्री एवं गंगोत्री में कुल 502 मतदेय स्थल हैं। जबकि तीनों निर्वाचन क्षेत्रों से 29 नये मतदेय स्थलों के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी ने सभी रिर्टनिंग अधिकारियों को दोबारा मतदेय स्थलों का सर्वें करने के निर्देश दिये।
बैठक में सहायक निर्वाचन अधिकारी शान्ति लाल शाह, भाजपा महामंत्री हरीष डंगवाल, उपाध्यक्ष कांग्रेस शीशपाल पोखरियाल, महावीर प्रसाद भट्ट, दिनेश गौड़, जिला संयोजक उक्राद वीडी मिनान, जिलाध्यक्ष विशणुपाल रावत आदि उपस्थित थे।