बिजेंद्र पुंडीर
मसूरी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मसूरी शाखा ने मंहगाई, शिक्षा के बाजारीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं व सांप्रदायिकता व अन्य समस्याओं को लेकर देश व्यापी धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की व केंद्र से भाजपा की मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष करने व उखाड़ फेंकने का आहवान किया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में शहीद स्थल पर धरना केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें पार्टी के सहयोगी संगठनों ने भी भाग लिया। इससे पूर्व कार्यकर्ता पिक्चर पैलेस चैक पर एकत्र हुए और वहंा से नारेबाजी करते हुए शहीद स्थल पर गये जहां धरना दिया गया। इस मौके पर भाकपा के नगर सचिव देवी गोदियाल ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आई है गरीबों को जीना मुहाल कर दिया है वहीं श्रमिक वर्ग का लगातार दमन व उत्पीड़न बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में भाजपा के जीतने पर लेनिन के प्रतिमाओं को तोड़ा जाना व उसकी आग उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई है यह क्या दिखाना चाहते है। पहले नोटंबंदी फिर जीएसटी लगाया गया वहीं सरकार पूंजी पतियों को हित कर रही है व गरीब की रोजी रोटी छीन रही है। इस मौके पर एटक के नगर अध्यक्ष व होटल वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आरपी बडोनी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने श्रमिक वर्ग का अहित कर पूंजी पतियों के हित में निर्णय ले रही है तथा श्रमिक वर्ग का उत्पीड़न कर रही है।जिसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी गरीब, मजदूर, किसान विरोधी सरकार के खिलाफ सभी को एक मंच पर आकर केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आगे आना चाहिए क्यों कि यह लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा कर रही है। इस मौके पर पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के साथ ही सांप्रदायिक सदभाव समाप्त करने पर लगी है। उन्होंने कहा कि मंहगाई के साथ ही केंद्र सरकार देश को तोड़ने का काम कर रही है। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं, श्रमिकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। प्रदेश में त्रिवेंद्र रावत की सरकार जीरो टालरेंस की बात करती है और अंदर भ्रष्टाचार में आकंठ डूब गई है। प्रदेश में एक साल में शिक्षा स्वास्थ्य, व रोजगार का बुरा हाल है। गरीबो व दलितों के साथ अन्याय किया जा रहा है गरीब का राशन बंद कर दिया है। एक दिवसीय धरने के माध्यम से सरकार को चेतावनी देने का काम किया गया है। इस मौके पर भवन निर्माण मजदूर संघ के अध्यक्ष सलीम अहमद, पूर्व सभासद राम किशर राही, उमर उददीन खान, सोबत सिहं रावत, वीरेंद्र रावत, पूरण सिंह नेगी, राजेश शर्मा असलम खान सहित बड़ी संख्या में श्रमिक मौजूद रहे।