सोनू उनियाल
चमोली : बजे सोल क्षेत्र घाटी थराली मे जल प्रलय से चमोली के ढाढर बगड मे भारी तबाही हो गई है।
आपदा की ऐसी ही तबाही ढाढर बगड मे 2013 मे आयी थी। उसी आपदा मे ढाढर बहड का पुल बह गया था जो आज तक नहीं बन पाया। उक्त पुल के बाबत मे शासन प्रशासन को पचासों बार चेताया है लेकिन शासन प्रशासन के कान मे जूं तक नहीं रेंग रही। शुक्र रहा कि इस प्राकृतिक आपदा मे कोई जन हानि नहीं हुई लेकिन माल का भारी नुकसान हुआ।
इस आपदा मे सबसे ज्यादा नुकसान बुरसोल वासियों का हुआ।
व सरकारी भवन समेत सभी दुकानें आपदा की भेंट चढ़ चुकी हैं।
8 से 10 वाहन लापता हो गए। वाहन मालिक क्रमशः- बुरसोल से दिनेश फ़र्सवाण- बुलोरो,मुकेश फ़र्सवाण s/o बलवंत सिंह- बुलोरो, मुकेश फ़र्सवाण s/o इन्द्र सिंह- बोलोरो, महावीर सिंह – मैक्स/ हुक्कम सिंह- Alto 800, सुरेन्द्र फ़र्सवाण – Pulsar, पप्पू घुँघुटी- Bike, बाकी तीन चार और वाहनों के बहने की आशंका जताई जा रही है।
उपजिलाधिकारी थराली मीणा अपनी टीम के साथ स्थलीय निरिक्षण के लिए पहुँच चुके हैं
सरकार की तरफ़ से एसडीआरएफ की टीम नहीं भेजी गई। पूरा सोल क्षेत्र दहशत मे है कि यह थराली विधानसभा का वही क्षेत्र है जहां के लोगों ने आधारभूत सुविधाएं भी ना होने से तथा सरकार द्वारा उपेक्षित होने पर चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया था। किंतु बाद में भाजपा की सभी दिग्गजों ने वहां जाकर क्षेत्रवासियों को मनाया था तथा खुद मुख्यमंत्री की पूरी किचन कैबिनेट क्षेत्रवासियों को मनाने में जुटी थी।
किंतु अब यहां के निवासियों में भारी आक्रोश है
स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीमे लापता व्यक्तियों की तलाश कर रही है.