जय प्रकाश बहुगुणा
बड़कोट : जनपद उत्तरकाशी की ग्राम सभाओं में जनप्रतिनिधियों द्वारा विकास कार्यो के नाम पर कराए जा रहे गोलमाल के नित नए मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला विकासखडं नौगांव की ग्राम पंचायत दारसौ का है।जहाँ २०१४की विकास योजना का खुलासा आरटीआई के द्वारा हुआ है,।
मामला विकासखडं नौगांव के ग्राम पंचायत दारसौं का हैं जहां महिला सामाजिक कार्यकर्ती रीना देवी ने ग्राम प्रधान के द्वारा गांव में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी बिभिन्न योजनाओं पर मांग डाली जिसमें रीना देवी ने खंड विकास अधिकारी कार्यलय नौगांव से विभागीय जांच की गुहार लगाई तो मौके पर जांच टीमों की भागदौड़ चलती रही लेकिन खडं विकास अधिकारी ने जांच को निष्पक्षता से करवाने विभागीय जवाबदारी निभाई तो ग्राम प्रधान सहित दो कर्मचारियों पर २२१०३की वसुली प्रत्येक कर्मचारि व ग्राम प्रधान पर नोटिस के द्वारा मांग की जब संबधित भ्रष्ट टीम को यह भनक लगी तो रातो रात २०१४की योजना का काम २०१८में आनफानन में शुरू कर दिया जिससे कि भ्रष्टाचार के कारनामों से पर्दा गिर सकें,
अब जब इस टीम को यह लगा कि खडं विकास अधिकारी भ्रष्टाचार को माफ नहीं करेगें तो यह लोग अपनी फरियाद लेकर मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी के पास आकर अपनी जांच को खुद करवाने की मांग की जिसमें जिला स्तरीय जांच टीम मौके पर भी पंहुची,
अब मजेदार बात यह है कि जांच टीम को २०१४और२०१८का निर्माण कार्य समझ नहीं आता और टीम अपना फीता डाल देती है,
जिसका रीना देवी ने विरोध भी किया।
जब यह ठीक है तो प्रतिनिधी पुरी पंच वर्षी योजना में योजना डकारता रहे यदि कोई जांच बैठाये तो पांच वे साल काम करवा दे क्या यही है विकास,
रीना देवी ने आरटीआई से इस ग्राम पंचायत में कई खुलासे किये हैं लेकिन लाचार प्रशासनिक व्यवस्था से मामलों की ईतिश्री हुई,
अब रीना देवी का कहना है कि वह इस भ्रष्टाचार के पुरे प्रकरण को कोर्ट में पेश करेगी जिसकी रीना देवी के सीडी बनी है कब कोई क्या कर रहा,
अब ताजुब की बात तो यह है कि हमारे सिस्टम में भ्रष्टाचार इस कदर पसरा हुआ है और जिले मे बैठे जवाबदार अधिकारी अपनी लोकप्रियता के लिये मस्त हैं?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर आम जनता को कब मिलेगा न्याय कब होगें प्रशासनिक साफ सुथरे काम सवाल है?
यह मामला अभी थमा नहीं मामला बहुत गोल मथोल है और जांच किसी कारणों से प्रभावित मानी जा रही है?