सोनू उनियाल
चमोली : थराली विधानसभा उपचुनाव में भाजपा – कांग्रेस जनता की अदालत में हैं।भाजपा ने थराली सीट को होट सीट बनाकर प्रतिष्ठा से लगा दिया है।इसके लिए भाजपा ने उच्चशिक्षा मंत्री धनसिंह रावत व बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट को इसकी जिम्मेदारी दी है।वहीं कांग्रेस ने भी पूर्व कृषि मंत्री राजेंद्र भंडारी व पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।दोनों दलों ने इस सीट को पाने के लिए एड़ी -चोटी का जोर लगा दिया है।भाजपा से अभी तक लगभग प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंदर रावत के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट सहित दर्जन भर से अधिक बड़े नेता मुन्नी देवी के प्रचार में पहुँच चुके हैं।वहीं कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ ही पूर्व राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा व इन्द्रा हदयेश,सरिता आर्य सहित कही नेताओं ने जीत राम के लिए डेरा डाल रखा है।भाजपा – कांग्रेस से शीर्ष प्रदेश नेतृत्व के पहुँचने से अब थराली सीट पर युवा वर्ग भी राजनीति में उत्साहित दिख रहे हैं।अब देखना है कि भाजपा – कांग्रेस इस सीट को पाने के लिए जनता के दरबार में कितनी सफल हो पाती है साथ ही युवा वोटरों को रिझाने में कितना कामयाब हो पाती है।90 हजार से अधिक वोटरों वाली विधानसभा में 28 मई को जनता फैसला करेगी।22 को मुन्नी देवी के प्रचार के लिए प्रदेश मुख्यमंत्री त्रिवेंदर रावत पहुँच रहे हैं तो 23 को सतपाल महाराज जी का दौरा है।कांग्रेस से भी एक केंद्रीय टीम 22-23 को डां जीतराम के प्रचार में पहुँचने वाले हैं! दोनों दलों ने थराली सीट को अपनी प्रतिष्ठा से लगा दी है।भाजपा से उम्मीदवार स्वर्गीय मगनलाल की पत्नी मुन्नी देवी शाह को जहां सहानुभूति वोट की उम्मीद है वहीं जीत राम को उनके पिछले सरकार में किए कार्य व उनके सरल स्वभाव का लाभ मिलने की उम्मीदें दिख रही है! भाजपा जहां इस सीट को जीत कर निकाय चुनाव के लिए अपनी मजबूती बनाना चा रही है, वहीं कांग्रेस भी इस सीट को जीत कर कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की एक मौका तलाश रही है।विधानसभा में इस समय कांग्रेस की जो स्थिति है उससे उभरने के लिए कांग्रेस के पास भी यह सही मौका है साथ ही निकाय चुनाव से फिर 2022 में वापसी के संकेत देने के लिए कांग्रेस के पास सही मौका है!