जय प्रकाश बहुगुणा
उत्तरकाशी : जिला सभागार में जिलाधिकारी डा. आषीश चौहान ने नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा बैठक ली।
गंगा की अविरल धारा को स्वच्छ बनाएं रखने हेतु जन जागरूकता फैलाने के उदेश्यसे ग्लेशियर लेडी शांति ठाकुर को अध्यक्ष बनाया गया। जिनके नेतृत्व में प्रत्येक माह में दो बार जन जागरूकता व घाटों, तटीय क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता लाने व स्वयं जागरूक होने से गंगा को मैला होने से बचाया जा सकता हैं। इसके साथ-साथ आमजन मानस को जागरूक करने के उद्देश्य से 31 दिसम्बर तक नए वर्ष के कैलेंडर की समुचित तैयारी करने के निर्देश स्वजल को दिए।
परियोजना के तहत सिंचाई विभाग के द्वारा बनाएं जा रहें घाटों की समीक्षा की गई। ईई सिचाई के द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा 6 घाटों का निर्माण किया जा रहा है जिसमें 5 घाट के निर्माण कार्य अंतिम चरण में हैं तथा नागेष्वर घाट में 50 प्रतिषत कार्य हुआ हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिषासी अभियंता को निर्देश दिए कि सभी घाटों का निर्माण कार्य माह नवम्बर तक पूर्ण करना सुनिष्चित करें।
ईई गंगा प्रदूशण इकाई शशि राणा ने बताया कि राज्य में गंगा किनारे वाले स्थित 32 होटलों व्यवसायी का चिन्हीकरण किया गया हैं, तथा जनपद में बीस कमरों से अधिक होटलों के एसटीपी के कार्य का सर्वे किया जा रहा हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने ईई को शीघ्र सर्वे करने के निर्देष देते हुए रिर्पोट को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में उप जिलाधिकारी देवेन्द्र नेगी, सौरभ असवाल, जिला विकास अधिकारी संजय सिंह, इई जल संस्थान बलदेव सिंह डोगरा, ईई गंगा प्रदूषण इकाई शशि राणा, ईई सिचाई जी.वी. सिल्वाल, महाप्रबन्धक उद्येग एसएस रावत,अधिषासी अधिकारी नगर पालिका सुषील कुरील, पर्यावरण विशेषज्ञ लोकेन्द्र चौहान, मेजर आरएस जमनाल,ग्लेशियर लेडी शाती ठाकुर, आदि उपस्थित थे।