जय प्रकाश बहुगुणा
बड़कोट : यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को स्याना चट्टी में बन्द हुए कई दिन बीत गए हैं।शासन प्रशासन ने यमुनोत्री की तरफ फँसे दर्जनों यात्रियों को यहाँ से सकुशल निकालकर उनके घरों को भेजा।लेकिन जिन वाहनों में ये यात्री यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए थे उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। पिछले ग्यारह दिन से स्याना चट्टी में अपने वाहनों के साथ फँसे लगभग एक दर्जन वाहन चालकों को न तो खाने की ब्यवस्था सरकारी है व न रहने की।कुछ दिन पहले प्रशासन द्वारा निशुल्क खाद्य शिविर जरूर लगाया गया लेकिन यात्रियों के स्याना चट्टी से निकलते ही वाहन चालकों को कोई पूछने वाला नही है।अब स्थिति यह है कि इनके पास जेब खर्च तक समाप्त हो गया है।
वाहन चालक राजेन्द्र, दिग्विजय सिंह, रमेश ,नरेश का कहना है कि जो वाहन चालक बाहरी राज्यों के थे वे अपने वाहन छोड़ कर चले गए हैं।लेकिन हम जितने भी उत्तराखंड के है सब यही रुके हुए हैं।प्रशासन की तरफ से हमारी कोई पूछ नही हो रही है।वाहन चालकों का कहना है कि हमारी गाड़ियों का सड़क बन्द रहने के समय का टैक्स माफ किया जाय।तथा चालको को क्षतिपूर्ति के रूप में मुआवजा दिया जाय।ताकि जितने दिन तक वाहन स्याना चट्टी में राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण खड़े रहे भरपाई हो सके।